Skip to main content

ब्लॉगिंग के लिए टॉपिक कैसे चुने?


हैलो दोस्तों,

आज हम बात करेंगे कि ब्लॉगिंग के लिए कोई टॉपिक का चुनाव कैसे करे. तो आइए जानते है..


आज जानकारी हम सबके लिए सिर्फ एक दो क्लिक से ही आ जाती है. वो सारी जानकारी हमे सर्च इंजन कई सारे फैक्टर को देख कर हमे सबसे अच्छे सर्च रिजल्ट को एक साथ हमे दिखता है.


हम जो भी सर्च रिजल्ट देखते है वो सारे हमे कोई ना कोई ब्लॉग से मिलता है. आज हमारे देश में कई सारे ऐसे ब्लॉगर है जो कि अपनी नॉलेज को काफी अच्छे से और एक सटीक तरीके से व्यक्त करते है. ब्लॉगर वो व्यक्ति होता है जो कि उस ब्लॉग को चलता और उसे अच्छे से मेंटेन करता है.


वो ब्लॉगर कोई एक ब्लॉग को अपने मुताबिक विषय को चुन कर उसमे अपने विचार व्यक्त करके उसे एक आर्टिकल के रूप में लोगो के सामने वेबसाइट पर रखता है. ब्लॉगर कई ऐसे विषय पर काम करते है जो कि एक टॉपिक के अंदर आते है जैसे कोई एक कंपनी के प्रोडक्ट को रिव्यू करना, उसके विषय पर व्यक्त करना वगेरह.


कोई एक ब्लॉग जब कोई एक प्रोडक्ट या कोई एक कीवर्ड पर कोई ब्लॉगर लिखता है. और उसी पर काम करके वेबसाइट को सेटअप करता है. और उस ब्लॉग पर उसी तरह के आर्टिकल लिखता है जो कि किसी पर्टिकुलर टॉपिक या प्रोडक्ट के विषय में ही लिखता है तो उसे माइक्रो निशे ब्लॉग कहा जाता है. इस तरह के ब्लॉग आपको किसी एक ही वस्तु के ऊपर बनाना होता है. 


माइक्रो नीशे ब्लॉग के जरिए आप इंटरनेट पर अपनी वेबसाइट को आसानी से रैंक करवा सकते है. इसके साथ साथ आप माइक्रो नीशे के जरिए कई सारा ज्ञान पा सकते है. आप को उस विषय पर कई सारी बाते लिखने और अपने आपको एक पहेचान देने के लिए काफी अच्छा है. आज कल कई सारे ऐसे टॉपिक है जिस पर अभी तक कोई वेबसाइट ने जिक्र नहीं किया या फिर उस पर कई सारे सर्च होते है पर कुछ कारण कि वजह से उस पर कोई आर्टिकल या ब्लॉग नहीं है. आप को ऐसे टॉपिक पर अपनी वेबसाइट बिल्ट कर पाएंगे. आप को कई सारे टॉपिक मिल जाएंगे जिसमे इस तरह के माइक्रो निशे ब्लोग्स बना सकते है. 


आपके मन में एक सवाल आरहा होगा कि क्यू एक माइक्रो निशे ब्लॉग ही? क्युकी माइक्रो निशे ब्लॉग बनाने और उसे चलाने के लिए ज्यादा महेनत और एक्सपर्टाइज कि जरूरत नहीं है.और इसे कोई भी उम्र का व्यक्ति आसानी से बना सकता है. क्युकी सभी लोग कोई ना कोई विषय में माहिर होते है तो आप ऐसा टॉपिक सेलेक्ट करे जिसपर आप बिना रुके और बिना थके लिख सके. 


तो दोस्तो ये थी कुछ जानकारी ब्लॉग के टॉपिक चुनने के विषय में.जिसकी मदद से आप आसानी से कोई ब्लॉग के टॉपिक को चुन कर उसमे काम कर सकते है. 


नमस्कार..!

Comments

Popular posts from this blog

साइबर सुरक्षा में सफलता के लिए जरूरी टिप्स

अधिकतर लोग आजकल साइबर सुरक्षा के महत्व को समझते हुए इस क्षेत्र में अपना करियर बनाने के लिए प्रोत्साहित हो रहे हैं। साइबर सुरक्षा अभियानों और नियमों के साथ, कुशल टेक्नोलॉजी विशेषज्ञों की मांग बढ़ रही है। अगर आप साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं, तो इस ब्लॉग पोस्ट में हम आपको कुछ महत्वपूर्ण टिप्स बताएंगे जिनका अनुसरण करके आप अपने साइबर सुरक्षा करियर को एक सफल मोड पर ले जा सकते हैं। समय बचाएं और सीखें: साइबर सुरक्षा क्षेत्र बड़ी तेजी से बढ़ रहा है, इसलिए नवीनतम उद्योग रुझानों के साथ कदम से कदम मिलाना आवश्यक है। इसलिए समय-समय पर सीखते रहने का प्रयास करें और समय के साथ-साथ स्किल विस्तार करें। प्रश्न पूछें: साइबर सुरक्षा क्षेत्र एक नया एवं निरंतर विकास करने वाला क्षेत्र है, जिसमें नए तकनीकों की उपयोगिता का पता लगाना नामुमकिन नहीं है।  अपने आप को अपडेट करें: साइबर सुरक्षा एक तेजी से बदलते और विकसित होते दुनिया में होने वाले हमलों से निपटने का क्षेत्र है। इसलिए अपने आप को अपडेट करते रहना बहुत महत्वपूर्ण है। नई सुरक्षा तकनीकों, नवीनतम समाचार और ट्रेंड को अपने नियमित अध...

ऐसे लोग जिन्होंने इंटरनेट और टेक्नोलॉजी को बदल के रख दिया...

  दोस्तो अगर आपके मन मे कुछ कर दिखाने का जुनून है. और आप एक क्रिएटिव पर्सनैलिटी है तो आप क्या कुछ नहीं कर सकते. आज ऐसे ही कुछ लोगो कि बात करने वाला हूं. जिन्होंने इंटरनेट की शक्ल बदल के रखदी. आज कुछ ऐसे ही लोगो को याद करेंगे तो चलिए शुरू करते है. 1) Tim Berners Lee आप में से ज्यादातर लोग ने इनका नाम पहले कभी नहीं सुना होगा. पर आज जिस इंटरनेट की मदद से आप और में जुड़े हुए है उस व्यक्ति को हम कैसे भूल सकते है!!! जी हा आपने सही पढ़ा यही है जिन्होंने आज से 25-30 वर्ष पहले इंटरनेट की शुरुआत की थी. उन्होंने है www और HTTPS की शुरुआत की थी.. उन्होंने इंटरनेट का पहला मॉडल AT&T bell लेबोरेट्री में बनाया था. उन्होंने है वेब डिजाइन और वेबसाइट develop की थी. जो आज हम सब के लिए एक कैरियर ऑप्शन के रूप में ले सकते है. 2) Linus Torvald  दोस्तो ये नाम भी अपने पहले शायद ही कभी सुना हो. Linus Torvald आज हम जिस सर्वर कि बात कर रहे है इन्हे Linus Torvald ने है डिजाइन किया है.  आपने Linux OS और Linux server की बात कर रहे है उन्हे Linus Torvald ने बेल लेबोरेट्री में बनाया था. ये उस समय एक स...

DNS क्या है?

DNS मतलब डोमेन नेम सिस्टम या सर्वर भी आप बोल सकते है.  सबसे पहले तो ये मेरा पहला पहला आर्टिकल है. और इस ब्लॉग मै में डोमेन नेम सिस्टम और होस्टिंग से जुड़ी पोस्ट पब्लिश करने वाला हूं. ये एक माइक्रो निशे ब्लॉग है. जो कि आप को सर्वर और होस्टिंग से रिलेटेड है. अब हम बात करते है कि DNS क्या होता है. ऊपर मैने बताया इस DNS मतलब domain name system.  Domain Name एक नाम होता है. जो कि वेबसाइट को मिलता है जैसे कि हमारी इस वेबसाइट का है. पर ये एक सब डोमेन है. इस में भी कई तरह के पार्ट होते है. जैसे - फर्स्ट लेवल डोमेन(top leval domain) सेकंड लेवल डोमेन  थर्ड लेवल डोमेन  फोर्थ लेवल डोमेन इस में से टॉप लेवल डोमेन आप को रजिस्टर करके खरीदना होता है. डोमेन नेम और कुछ नहीं सिर्फ IP address का स्ट्रिंग रूप होता है. क्युकी कुछ कारण कि वजह से इंसान ip address उदा.127.0.0.1 इस समस्या से बचने के लिए हम dns का कॉन्सेप्ट इंट्रोड्यूज हुआ जिस में ip address की जगह नाम का इस्तेमाल होने लगे और इस नाम के साथ लगता है टॉप लेवल डोमेन जैसे:- .com,.in,.net वगैरह. टॉप लेवल डोमेन मतलब की वो नाम जो वेबसा...